Wednesday, July 21, 2010

मां छिन्नमस्तका ने दिए दर्शन


दशमहाविद्याओं में से एक जगदंबा छिन्नमस्तका ने शनिवार को अपने दर्शन देकर श्रद्धालु भक्तों को धन्य कर दिया। सिद्ध पीठ रजरप्पा में शनिवार को प्रात: मंगला आरती के बाद मंदिर का पट खुलते ही श्रद्धालुओं की भीड उमड पडी और पहले दर्शन करने की होड मच गई। भीड अत्यधिक रहने पर यह बताना कठिन हो गया कि मां भगवती के पहले दर्शन करने वाला कौन था।

श्रद्धालुओं को जैसे ही पता चला कि मां भगवती का पट खोल दिया गया है, झारखंड, बिहार, बंगाल आदि विभिन्न प्रांतों से आए श्रद्धालु मां भगवती के दरबार में अहले सुबह से ही पहुंचने लगे। धीरे-धीरे श्रद्धालुओं की लंबी कतार लग गई। अन्य दिनों की तरह आज भी जगह-जगह श्रद्धालुओं की सुरक्षा में महिला बटालियन एवं जैप के जवान तैनात थे। मंदिर में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं की जांच-पडताल चेक पोस्ट बनाकर की जा रही थी। मां का पट खुलते ही नेता-विधायक अधिकारी व नौकरशाह मंदिर में माथा टेक कर माता के नए स्वरूप का दर्शन करने के लिए घंटों तक खडे देखे गए। विभिन्न प्रदेशों से मां की पूजा-अर्चना एवं नए स्वरूप का दर्शन करने आए श्रद्धालु दामोदर-भैरवी संगम में स्नान कर हाथ में प्रसाद की थाली लेकर अपनी बारी की प्रतीक्षा करते रहे।

मंदिर की सुरक्षा में जुटी पुलिस

रजरप्पा [रामगढ]। मां छिन्नमस्तका मंदिर में 68 पुलिस अधिकारियों, 36 दंडाधिकारी एवं तीन सौ जवानों को तैनात किया गया है। रजरप्पा मंदिर में इंस्पेक्टर गरीबन पासवान, राजेश सिन्हा, एएसआई सत्य नारायण ठाकुर, श्लोक सिंह, उदय कुमार भगत, नरेश मिश्रा आदि पुलिस अधिकारी व दंडाधिकारी तैनात हैं। शनिवार को भी श्रद्धालुओं की सुरक्षा में झारखंड पुलिस महिला बटालियन जगह-जगह पर तैनात थे। आज भी रजरप्पा मंदिर में पुलिस के कई आला अधिकारी भी आए साथ ही साथ जगह-जगह पर घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों को धर दबोचने के लिए पुलिसकर्मियों को जांच-करते देखा गया। रविवार-सोमवार तक पुलिसकर्मी लौट सकते हैं, लेकिन रजरप्पा मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था के लिए कुछ चौकीदार को तैनात करने का आदेश पुलिस प्रशासन की ओर से दिया गया है। मंदिर में तैनात सभी जवानों के वापस लौटने पर होमगार्ड के दस जवानों के कंधे पर होगी सुरक्षा की जिम्मेवारी। हालांकि तैनात जवानों को स्थानीय पुलिस प्रशासन की ओर से हमेशा सहयोग मिलता रहेगा।

आचार्य व तांत्रिक लौटे

रजरप्पा मां छिन्नमस्तका मंदिर में तीन दिवसीय अनुष्ठान व मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद शनिवार की सुबह-सुबह बनारस से आए आचार्य दीपक मालवीय के नेतृत्व में 21 आचार्य एवं कोलकाता के सात तांत्रिक वापस लौट गए।

अनुसंधान में जुटी पुलिस

रजरप्पा मंदिर में दो जुलाई को घटी घटना की जांच-पडताल को लेकर पुलिस व सीआईडी के अधिकारियों ने नए सिरे से उद्भेदन करने में जुट गए है। हालांकि रजरप्पा मंदिर तीन दिवसीय अनुष्ठान के दौरान अनुसंधान में थोडी शिथिलता आई परंतु आज पुलिस पुराने तेवर में नजर आई। क्षेत्र के श्रद्धालु, ग्रामीण व दुकानदार पुलिस को आशाभरी निगाहों से देख रहे हैं। इन्हें उम्मीद है कि पुलिस अब घटना में शामिल लोगों को खोजकर निकाल लेगी। इधर सीआइडी जांच टीम के कई अधिकारी कोलकाता, बनारस, जयपुर आदि जगहों में छापेमारी कर मामले का उद्भेदन करने में लगा है। ज्ञात हो कि दो जुलाई को रजरप्पा मां छिन्नमस्तका मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश कर मूर्ति को खंडित कर अनावरण की चोरी कर ले गए थे। इसके लिए सीबीआई, सीआइडी आदि विभिन्न जांच दलों द्वारा जांच की गई। इसके बाद भी पुलिस मामले के उद्भेदन में विफल रही।

No comments:

Post a Comment